👉सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बड़ी तादाद में लोग कंटेंट, तस्वीरें और वीडियो शेयर करते हैं। इसके बाद वह इंतजार करते हैं प्रतिक्रियाओं का और लाइक का। ऐसे में हर कोई अपनी पोस्ट पर ज्यादा से ज्यादा लाइक और कमेंट बटोरना चाहता है। इसके लिए यूजर हैशटैग से लेकर फोटो फिल्टर एप जैसी तमाम ट्रिक्स का सहारा भी लेते हैं। अगर इसके बाद भी आपकी पोस्ट पर मनमुताबिक प्रतिक्रिया नहीं मिल रही, तो जरा समय के गणित को समझ लेना चाहिए। सोशल मीडया पर साझा किए जा रहे कंटेंट पर हो रहे लाइक और कमेंट का समय से बड़ा गहरा संबंध होता है।
काम किस समय करना चाहिए, यह आमतौर पर ज्योतिष का विषय माना जाता है। सोशल मीडिया पोस्ट से तो इसका दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं हो सकता। लेकिन, अगर सोशल मीडिया पर आप पॉपुलर होना चाहते हैं, तो समय यहां भी मायने रखता है। कोई फोटो या कंटेंट आप किस वक्त शेयर कर रहे हैं, इसका असर मिलने वाली प्रतिक्रियाओं पर पड़ता है। फेसबुक, ट्िवटर, इंस्टाग्राम जैसी सोशल साइट्स पर यूजर्स की संख्या बढ़ती जा रही है। हर यूजर ज्यादा से ज्यादा लाइक और कमेंट चाहता है। ऐसे में यूजर्स के लिए सही समय का चुनाव एक रहस्य की बात हो सकती है। लेकिन, यह सच है कि दिन की शुरुआत में हम जो भी पोस्ट या तस्वीर शेयर करते हैं उस पर सबसे ज्यादा लाइक मिलते हैं।
क्या होनी चाहिए टाइमिंग
कई अध्ययन इस बात को साबित कर चुके हैं कि सोशल मीडिया पोस्ट के हिट होने पर टाइमिंग असर डालती है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि बृहस्पतिवार और शुक्रवार दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक का समय अच्छा होता है। गुरुवार को शाम को 8 बजे का समय सबसे अच्छा होता है। वीकेंड की बात करें, तो 1 बजे से 4 बजे का समय सही होता है। वहीं पूरे सप्ताहभर अगर देखा जाए, तो दोपहर के ठीक बाद का समय लाइक बटोरने के लिए अच्छा होता है।
हर यूजर का बेस्ट टाइम होता है अलग
हर यूजर का बेस्ट टाइम वैसे अलग होता है। आपका बेस्ट टाइम इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपकी लिस्ट में कौन लोग शुमार हैं। उनका वर्किंग शेड्यूल क्या है। सही मायनों में टाइमिंग को जान पाना किसी चुनौती से कम नहीं है। लेकिन, एक बार जान लेने के बाद सोशल मीडिया पर आप छा जाएंगे।
नहीं है कोई यूनिवर्सल बेस्ट टाइम
एक बार फेसबुक लॉग ऑन करने पर हर व्यक्ति की न्यूज फीड में करीब 1500 स्टोरीज दिखाई देती हैं। ऐसे में लोगों की दिलचस्पी भी है कि वह फैमिली और फ्रेंड्स के पोस्ट ज्यादा देखेंगे या बिजनेस रिलेटिड। ऐसे में फेसबुक या बाकी सोशल मीडिया पोस्ट के लिए किसी यूनिवर्सल टाइमिंग का दावा नहीं किया जा सकता है। कहा जा सकता है कि टाइमिंग सिर्फ एक फैक्टर है, कोई पैमाना नहीं। एक्सपर्ट का कहना है कि कोई पोस्ट करने के लिए कोई टाइम अच्छा हो सकता है। लेकिन, यह कोई एक नियम नहीं है।
प्रासंगिकता भी रखती है मायने
कई बार किसी पोस्ट की टाइमिंग से ज्यादा उसका विषय मायने रखता है। मान लीजिए दिवाली का समय है, ऐसे में आप इस त्योहार से जुड़ी कोई सामग्री, फोटो या कंटेंट शेयर करते हैं तो जाहिर है कि वह बाकी फ्रेंड्स का ध्यान जरूर खींचेगी। उस पर अच्छी प्रतिक्रिया मिल जाएंगी या फिर कोई मुद्दा चल रहा है, उस पर आप अपने विचार रखते हैं तो लोग उस पर गौर करेंगे। कई बार कुछ लोग ऐसे पोस्ट शेयर कर देते हैं, जो उस वक्त के अनुसार प्रासंगिक नहीं होते, लिहाजा उन पर अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिलती। फिर यह मायने नही रखता कि आपने वह किस वक्त डाला है।
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